दोस्तो बीते कुछ दिनों
से पूरे देश मे UP के
मुख्यमंत्री श्री अदित्या नाथ योगी काफी लोकप्रिय रहे है उनके धार्मिक वयक्तित्व
और उनकी लोकप्रियता की चर्चा पूरे देश मे है और उनके जानने वाली की संख्या लगातार
बढ़ती जा रही है ।
इसी दौरान श्री योगी
अदित्या नाथ के लोकप्रियता का असर दिखा बिहार राज्य के पुर्णिया जिले के कस्बा
प्रखण्ड मे जिसके एक गाँव केलावाड़ी फुलवरीय का नाम बादल कर योगी अदित्या नाथ गाँव कर देने का
फैसला गाँव वालों ने लिया है। ।
दोस्तो आपके जानकारी के
लिए मैं आपको बता दु की ,बिहार
राज्य का ये जिला पुर्णिया भारत के उत्तर पूर्वी सीमा के अंत मे स्थित है जिसे
सीमांचल भी कहा जाता है और केलावारी फुलवरिया गाँव मोहनिया पंचायत के कस्बा थाना
के अंतर्गत आता है । जिसे अब योगी अदित्या नाथ गाँव के नाम से जाना जाएगा।
सबसे मत्वपूर्ण बात ये
है की बिहार के सीमांचल इलाके को मुस्लिम जनसंख्या का केंद्र माना जाता है जहां
चार जिले पुर्णिया ,अररिया ,किशनगंज , कटिहार को मिला कर 35% मुस्लिम समुदाय के
लोग रहते है । और ये जिला पश्चिम बंगाल राज्य के बिलकुल करीब भी है ।
केलवारी गाँव पुर्णिया
जिला मुख्यालय से करीब 15किमी दूर कस्बा प्रखण्ड मे स्थित है जहां मुस्लिम और
बंगाली समुदाय के लोग भी रहते है ।
कैसे शुरुवात हुई इस
गाँव के नामकरण की प्रक्रिया ?
15 मार्च को
मुख्यमंत्री बनने के बाद गाँव के लोगो ने 1 अप्रैल 2017 को केलवारी गाँव मे एक
मंदिर निर्माण के दौरान इकठ्ठा हुए और सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया की ।
इस मीटिंग मे उपस्थित समाज
सेवक श्री राजीव कुमार ने बताया की उपस्थित सभी लोगो ने सहमति पत्र पर अपना अपना हस्ताक्षर
कर इस प्रस्ताव को स्वीकार किया।
मंदिर निर्माण के लिए जमीन
देने वाले श्री शिव शंकर सरकार ने कहा की – योगी जी एक अच्छे और ईमानदार नेता है
और उत्तरप्रदेश मे अच्छा काम कर रहे है इसलिए उनके कार्यकुशलता को ध्यान मे रख कर हमने
ये गाँव का नामकरण करने का निर्णय लिया है । उन्होने ये भी कहा की इस फैसले से किसी
को कोई आपत्ति नहीं है सब ने सहमति से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है जिसे प्रखण्ड
विकास पदाधिकारी और ज़िला पदाधिकारी पुर्णिया को सौपा जाएगा ।
इस ओर कस्बा प्रखड़ के सर्किल
ऑफिसर श्री अमर कुमार वर्मा ने कहा की-
गाँव के कुछ सदस्य के कहने पर किसी गाँव का नाम
नहीं बदला जा सकता इसके लिए बहुत सारे सरकारी क्रियाकलापो से गुजरना होगा जिसके लिए
पुर्णिया जिला पदाधिकारी की सहमति जरूरी है ।
इधर कस्बा वार्ड पार्षद बिनोद
प्रसाद साह ने कहा इस विषय को सिरे से खारिज करते हुए कहा की – इस गाँव का नाम बदलना
जरूरी नहीं है ।
वही दूसरी और कस्बा के कुछ
सज्जन गाँव वाले ने कहा की कस्बा मे राजनीतिक उतार चड़ाव हमेशा से रहा है वर्तमान मे
मुस्लिम काँग्रेस विधायक है इसलिए सायद नाम बदलने के पीछे बीजेपी मे सदस्यो का भी हाथ
हो सकता है ।
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