नर्स जिसे ईश्वर का दूत और चिकित्सक का दाहिना हाथ कह सकते है
क्यूंकि वो नर्स ही है जो निःस्वार्थ भाव से दूसरों के जीवन के लिए संघर्ष करती है
, जो
इंसान के जन्म और मृत्यु दोनों देखती है ,जिसका दिल सेवा
भाव से भरा होता है ।
12th May International Nurses Day
आज International Nurses Day के अवसर पर आइये
जानते है ईश्वर के उस रूप को जिसे हर इंसान जन्म होते ही दर्शन करता है।
हम अक्सर फिल्मों मे या बड़े बुजुर्गो से सुनते है की पुराने जमाने
मे जब एक माँ बच्चे को जन्म देती है तो किसी दाई माँ को बुलाया जाता है जो आसानी से
माँ के बच्चे को जन्म लेने मे उनकी मदद करती थी और कुछ ही देर मे पूरे परिवार को बच्चे
के जन्म की खुशखबरी सुनती थी । ये दाई माँ कोई और नहीं बल्कि वो उस जमाने की नर्स कहलाती
थी ।