रोटी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है जानिए हिन्दी मे Is chapati good for health so Don’t use leftover dough to make chapati
Hello Friends अगर आप
स्वस्थ है या स्वस्थ रहने के पीछे आपके खान पान का उतना ही योगदान रहता है जितना
किसी बच्चे के परवरिश पर उसके माँ बाप का, इसलिए अक्सर किसी
मोटे ताजे स्वस्थ व्यक्ति को देख कर आप कहते होंगे की ये तो किसी खाते पीते घर से
लगता है और जब आप किसी दुबले और बीमार सा दिखने वाले व्यक्ति को देखते होंगे तो
आपके मन मे यही ख्याल आता होगा लगता है इसे खाना नहीं मिलता ।
तो मतलब साफ है ,एक अच्छा भोजन न सिर्फआपको स्वस्थ रखता है
बल्कि आपके व्यक्तित्व पर भी अच्छा प्रभाव बनाए रखता है ।
NFT क्या होता है कैसे काम करता है जानिए हिन्दी मे
What is NFT (Non Fungible Tokens)
हैलो Friends बीते कई दिनों से आप इंटरनेट और Social मीडिया पर NFT के बारे मे सुन या देख रहें होंगे और ये भी देख रहें होंगे कैसे सारे लोग NFT के जरिये लाखो करोड़ो रुपये कमा रहे है वो भी एक दिन मे या फिर यूं कहें एक झटके मे करोड़ो रुपए आपके जेब मे तो आइए जानते है
Affiliate Marketing क्या है इससे कैसे पैसा कमाएं Kya hai aur isse paisa kaise kamaye
Knowledge panelAffiliate Marketing, Blogging Tips, Money Making Tips in hindi, Website Tipsocial Media Tips1 comment
Hello Friends आज हम बात करेंगे Marketing की हालांकि आप इससे पहले भी वाकिफ है लेकिन यहाँ बात होगी ऐसे marketing की जो अन्य marketing से अलग है यहाँ आपको किसी Market मे जाने की जरूरत नहीं है बस जरूरत होगी आपको एक Laptop, आपके Mobile और वो Digital Platform जहां आप सबसे ज्यादा समय बिताते है जी हाँ आपका Social Media
बेहद उपयोगी वैबसाइट Most Useful Websites and best websites
Hello friends, if you often install many types of apps, software in your daily life that makes your work easy, but how are there such websites on the Internet where you can easily do many things without any application and software? So, let's know about the top best adn very useful websites that will make your work on the Internet easy.
चेक बौन्स हो जाए तो क्या करें क्या चेक बोन्स होने का कानून
Hello Friends वर्तमान मे Digital Payment का चलन बहुत बढ़ गया है हर कोई पैसे के लेन देन के लिए Digital Platform जैसे UPI,Mobile Banking,Internet Banking etc का इस्त्माल करते है और कई लोग Payment Transfer के लिए Cheque कर प्रयोग भी करते है लेकिन कभी कभी Digital Technology दगा दे जाती है और आपका Cheque Bounce कर जाता है ।
अपने ब्लॉग को कॉपी होने से कैसे बचाएं How to Disable Copying Text On Blogger Blogs?
Hello Friends अगर आप Blogger है या फिर खुद की Website Operate करते है तो आप अक्सर चाहेंगे की आपके द्वारा लिखी Article कोई चोरी न करे यानि आपके द्वारा लिखी Content इतना Secure हो ताकि कोई इसे Copy न कर सकते । इसके लिए आपको अपने Article को Protect करना होगा Copy Option को Hide करना होगा
आइये जानते है कैसे करे Content protect और How to Hide Copy Option ?
अनुच्छेद 30 और अनुच्छेद 30(1A) क्या है What Article 30 and 30(1A) in hindi
भारतीय संविधान दुनिया के ऐसे संविधानों मे एक है जो एक लिखित संविधान है यानि इसके सभी अनुछ्छेद(Article) और Acts को लिख कर एक Documents तैयार की गई है , जो दुनिया के कुछ ही देश ऐसे है जिसका संविधान लिखित रूप मे उपलब्ध है और इन्हे बिना किसी कानूनी प्रक्रिया से बदला नहीं जा सकता । भारत इनमे से ही एक है जिसका संविधान देश को एक मजबूत आधार प्रदान करता है । और देश वासियों को कानूनी तरीके से जीवन यापन करने का मार्गदर्शन करता है ।
आयुष्मान भारत कार्ड कैसे बनाएँ How to Registered for PMJAY ( Pradhanmantri Jan Arogya Yojna)
Hello Friends भारत सरकार ने हाल ही में दुनिया की सबसे बड़ी योजना का शुभारंभ किया है जिसे हर भारतीय को मिलेगा 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा।
PMJAY(Pradhanmantri Jan Arogya Yojna)
आइये जानते है कैसे जुड़े इस योजना से-
PMJAY यानि प्रधानमंत्री जान आरोग्य योजना द्वारा भारत के तकरीबन 10 करोड़ गरीब परिवार को लाभ होगा। इस तरह देश की करीब 40 प्रतिशत आबादी को इसके तहत मेडिकल कवर मिल जाएगा। लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पताल में प्रति साल 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज करा सकेंगे। इसके तहत इलाज पूरी तरह कैशलेस होगा।कौन देगा इतनी राशि ?
इस योजना पर होने वाले खर्च को केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर उठाएंगी। PMJAY पर आने वाले खर्च का 60 प्रतिशत केंद्र सरकार वहन करेगी और 40 प्रतिशत भार राज्य सरकारों पर पड़ेगा।कैसे जुड़े देश की जनता ?
इस योजना का लाभ पाने के लिए कोई रजिस्ट्रेशन की जरुरत नहीं है। बीमा कवर के लिए उम्र की भी बाध्यता नहीं रहेगी, न ही परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश है। इसका मकसद सभी गरीबों को हेल्थ प्रोग्राम से जोड़ना है। इलाज के कुल 1,354 पैकेज हैं, जिसमें कैंसर सर्जरी और कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरपी, हार्ट बाइपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, रीढ़ की सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी और एमआरआई और सीटी स्कैन जैसे जांच शामिल हैं।कैसे चेक करें अपना नाम?
योजना को संचालित करने वाली नैशनल हेल्थ एजेंसी (NHA) ने एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया है, जिसके जरिए कोई भी यह जांच सकता है कि लाभार्थियों की फाइनल लिस्ट में उसका नाम शामिल है या नहीं। लिस्ट में अपना नाम जांचने के लिए आप mera.pmjay.gov.in वेबसाइट देख सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर सकते हैं।कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ ?
आइये इस तस्वीर के जरिये जानते है कैसे आप इस योजना का लाभ उठा सकते है।
More Details About PMJAY in Hndi Click Here - PMJAY kya hai ?
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चमकी बुखार क्या है इसके क्या लक्षण है और इससे कैसे बचे What is Encephalitis,cause,symptoms and treatment
Encephalitis यानि चमकी बुखार
बीते कुछ दिनों मे भारत के बिहार राज्य मे चमकी बुखार (Encephalitis) का कहर है बिहार के मुजफ्फरपुर और इसके आस पास के इलाको मे चमकी बुखार का प्रकोप है जिसमे तकरीबन 150 से भी ज्यादा बच्चे की मौत हो चुकी है जिनकी उम्र तकरीबन 15 वर्ष तक बताए गए है । ये प्रकोप दिनों दिन फैलती जा रही है यहाँ के अस्पताल पीड़ित बच्चो से भरा पड़ा है । इसके पीछे मुजफ्फरपुर का विश्वप्रसिद्ध लीची को वजह माना जा रहा है।
आइये जानते है क्या है,चमकी बुखार और कैसे अपने बच्चों को इस गंभीर बीमारी से बचाएं
चमकी बुखार को दिमागी और जापानी बुखार के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चमकी बुखार को डॉक्टरी भाषा में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या Encephalitis कहा जाता है। अब तक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और उसके आस-पास जिलों से दिमागी बुखार से बच्चों की मौत होने के मामले सामने आते थे लेकिन पहली बार बिहार के मुजफ्फरपुर एवं अन्य जिलों में चमकी बुखार ने अपना रौद्र रूप दिखाया है।यह बीमारी आम तौर गर्मी एवं उमस के दौरान 0 से 15 साल के बच्चों को अपनी चपेट में लेती है। खास बात यह है कि यह बीमारी ज्यादातर उन बच्चों को अपनी चपेट में लती है जो कुपोषित होते हैं। कई मामलों में इस चमकी बुखार का कारण लीची खाना भी बताया गया है। चिंता की बात यह है की इतने गंभीर रूप से फैलने के बाद भी चिकिसक इस बीमारी को रोकने मे असमर्थ दिख रहें है और नतीजा ये हो रहा है की इलाज के अभाव मे बच्चे मौत के मुह मे समा रहे है ।
Doctors के अनुसार हर्प्स वायरस, इंट्रोवायरस, वेस्ट नाइल, जापानी इंसेफलाइटिस, इस्टर्न इक्विन वायरस, टिक-बोर्न ,इंसेफलाइटिस बैक्टीरिया, फुंगी, परजीवी, रसायन, टॉक्सिन ये कुछ ऐसे Virus है जिसके वजह से चमकी बुखार बच्चे के मस्तिष्क के कोशिकाओं एवं तंत्रिकाओं में सूजन आ जाती है जिसे दिमागी बुखार होने लगता है जिसमे बच्चे के पूरे शरीर मे अकड़न सी होने लगती है भारत में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम(AES) यानि चमकी बुखार का मुख्य वजह जापानी वायरस को माना जाता है।
लीची खाने से क्यूँ होती है चमकी बुखार
लीची को इसकी खास वजह इसलिए बताई जा रही है की जो बच्चे कुपोषण का शिकार है वो अक्सर भूखे पेट कुछ पक्के और अधपके लीची का सेवन कर रहे है और खास बात ये है की जिस इलाके (मुजफ्फरपुर) मे चमकी बुखार का सबसे अधिक कहर है वह पूरी दुनिया मे लीची के लिए प्रसिद्ध है ।दरअसल लीची में प्राकृतिक रूप से हाइपोग्लाइसिन ए एवं मिथाइल साइक्लोप्रोपाइल ग्लाइसिन टॉक्सिन पाया जाता है। अधपकी लीची में ये टॉक्सिन अपेक्षाकृत काफी अधिक मात्रा में मौजूद रहते हैं। ये टॉक्सिन शरीर में बीटा ऑक्सीडेशन को रोक देते हैं और हाइपोग्लाइसीमिया (रक्त में ग्लूकोज का कम हो जाना) हो जाता है एवं रक्त में फैटी एसिड्स की मात्रा भी बढ़ जाती है। चूंकि बच्चों के लिवर में ग्लूकोज स्टोरेज कम होता है, जिसकी वजह से पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज रक्त के द्वारा मस्तिष्क में नहीं पहुंच पाता और मस्तिष्क गंभीर रूप से प्रभावित हो जाता है। इस तरह की बीमारी का पता सबसे पहले वेस्टइंडीज में लीची की तरह ही 'एकी' फल का सेवन करने से पता चला था। इसलिए ध्यान रखे बच्चों को खाली पेट लीची ना खिलाएँ
चमकी बुखार (एईएस) के लक्षण
What is the symptoms of spinal fever
- मिर्गी जैसे झटके आना (जिसकी वजह से ही इसका नाम चमकी बुखार पड़ा)
- बेहोशी आना
- सिर में लगातार हल्का या तेज दर्द
- अचानक बुखार आना
- पूरे शरीर में दर्द होना
- जी मिचलाना और उल्टी होना
- बहुत ज्यादा थका हुआ महसूस होना और नींद आना
- दिमाग का ठीक से काम न करना और उल्टी-सीधी बातें करना
- पीठ में तेज दर्द और कमजोरी
- चलने में परेशानी होना या लकवा जैसे लक्षणों का प्रकट होना।
अगर बच्चे को बुखार आ जाए तो क्या करें
- बच्चे को तेज बुखार आने पर उसके शरीर को गीले कपड़े से पोछते रहें.ऐसा करने से बुखार सिर पर नहीं चढ़ेगा.
- Paracetamol की गोली या Syrup डॉक्टर की सलाह पर ही रोगी को दें.
- बच्चे को साफ बर्तन में एक लीटर पानी डालकर ORS का घोल बनाकर दें. याद रखें इस घोल का इस्तेमाल 24 घंटे बाद न करें.
- बुखार(Fever) आने पर रोगी बच्चे को दाएं या बाएं तरफ लिटाकर अस्पताल ले जाएं.
- बच्चे को बेहोशी की हालत में छायादार स्तान पर लिटाकर रखें.
- बच्चों को रात में अच्छी तरह से खाना खिलाकर सुलाएं। खाना पौष्टिक होना चाहिए।
- बुखार आने पर बच्चे के शरीर से कपड़े उतारकर उसे हल्के कपड़े पहनाएं. उसकी गर्दन सीधी रखें
क्या न करें
- बच्चे को खाली पेट लीची न खिलाएं.
- अधपकी या कच्ची लीची का सेवन करने से बचें.
- बच्चे को कंबल या गर्म कपड़े न पहनाएं.
- बेहोशी की हालत में बच्चे के मुंह में कुछ न डालें.
- मरीज के बिस्तर पर न बैठें और न ही उसे बेवजह तंग करें.
- मरीज के पास बैठकर शोर न मचाएं.
सावधानी
गर्मी के मौसम में फल और खाना जल्दी खराब हो जाता है आप इस बात का खास ख्याल रखें कि बच्चे किसी भी हाल में जूठे और सड़े हुए फल नहीं खाए। बच्चों को गंदगी से बिल्कुल दूर रखें। खाने से पहले और खाने के बाद हाथ जरूर धुलवाएं,साफ पानी पिएं, बच्चों के नाखून नहीं बढ़ने दें। बच्चों को गर्मियों के मौसम में धूप में खेलने से भी मना करें। रात में कुछ खाने के बाद ही बच्चे को सोने के लिए भेजें। डॉक्टरों की मानें तो इस बुखार की मुख्य वजह सिर्फ लीची ही नहीं बल्कि गर्मी और उमस भी है।150 बच्चो की मौत का कारण बनी ये बुखार हर वर्ष गर्मी के मौषम मे पूरे देश मे फैलती है हर वर्ष भारत के तकरीबन 18 से भी ज्यादा राज्य बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल मे इस चमकी बुखार यानि Encephalitis से हर वर्ष 20000 बच्चे इस बीमारी के चपेट मे आते है
सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 24 देश इस Encephalitis बीमारी से ग्रस्त है इसमे दक्षिण-पश्चिम एशिया और पश्चिमी प्रशांत के देश शामिल है WHO (World Health Organisation) के अनुसार इन देशों मे 300 करोड़ लोगो पे इस Virus का खतरा है भारत मे 2011 से अब तक तकरीबन 92000 मामले सामने आए है जिसमे 12000 की मौत हो चुकी है ।
इन सब के बावजूद Doctors अब तक ये पता नहीं लगा पाये की ये Virus आती कहाँ से है और कैसे फैलती है ।
स्वक्छ्ता ही इसका बचाव है इसलिए स्वक्छरहे और स्वक्छ खाना खाएं और अपने बच्चों को भी स्वक्छ रहने की सलाह दें ।
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